Ashok Shilalekh in Ahraura Mirzapur Options
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अगर कलिंग का यूद्ध न होता तो सम्राट आशोक आज बौद्ध ना होता
नवम शिलालेख : दास तथा सेवकों के प्रति शिष्टाचार का अनुपालन करें, जानवरों के प्रति उदारता, बमण एवं श्रमण के प्रति उचित वर्ताव करने का आदेश दिया गया है ।
“जगाच्या इतिहासात असे हजारो राजे आणि सम्राट होऊन गेले जे स्वतःला ‘हिज हायनेस’, ‘हिज मॅजेस्टीज’, ‘हिज एक्झॉल्टेड मॅजेस्टीज’ आणि अशा त्यांचे उच्चपद दर्शवणाऱ्या इतर अनेक पदव्या लावून घेत असत.
प्रथम शिलालेख : किसी भी पशु वध न किया जाए तथा राजकीय एवँ "मनोरंजन तथा उत्सव" न किये जाने का आदेश दिया गया है ।
अष्टम शिलालेख : राज्यभिषेक के दसवें वर्ष अशोक ने सम्बोधि (बोधगया) की यात्रा कर धर्म यात्राओं का प्रारम्भ किया। श्रमण के प्रति उचित वर्ताव करने का उपदेश दिया गया है ।
Fragments of sculptures, amongst which is a Krishna sthambha lying to the financial institution of the Ganga with a chabutra at the Ramgayaghat.
मध्यंतरीच्या काळात उज्जैन मध्ये हिंसक उठाव झाला, बिंदुसारने अशोकला अज्ञातवासातून बाहेर येऊन हा उठाव शमवण्यास सांगितले. अशोक उज्जैनला गेला व एका लढाईत घायाळ झाला. त्या काळात असे मानतात की सुसीमद्वारे अशोकवर अनेक हिंसक हल्ले झाले, जे परतावून लावण्यात आले. अशोकची शुश्रूषा करण्यासाठी बौद्धधर्मी परिचारकांची नेमणूक करण्यात आली होती.
यह महाराष्ट्र के पालघर जिले के नाला सोपारा में स्थित है। एरागुडि[संपादित करें]
कांधार में मिला यूनानी और अरामाई का द्विभाषीय शिलालेख
>:महाशक्तिशाली वशीकरण अत्यंत प्रचंड आकर्षण व् वशीकरण तांत्रिक पूजा
A populace of over 50,000 rural inhabitants in these two tehsils consume and breathe dust each day. It is scarce to locate a house that doesn't have a member of the family go through due to a respiratory condition.
ye brahmi, kharoshthi aur armeik-grik lipiyoan suggest likhe gaye haian. samrat ashok ke brahmi lipi indicate likhit sandesh ko sarvapratham elegjeandar kaniangham ke sahakarmi jems priansep ne padha tha. ashok ke abhilekhoan ko tin bhagoan indicate vibhajit kiya ja sakata hai-
navigate here ग्यारहवां शिलालेख : घम्म निति की व्याख्या की गई है। विभिन्न अवसरों पर किए जानें वाले दान की चर्चा की गई हैं।
लघमान व तक्षिला अभिलेख अरामाइक लिपि में हैं।